मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरय्या के जीवन से जुड़े 10 रोचक तथ्य

 विश्वेश्वरय्या का जन्म 15 सितंबर, 1861 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के मोक्षगुंडम गांव में हुआ था।

उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के एक स्थानीय स्कूल में प्राप्त की। 1. 1881 में, उन्होंने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की।

 उन्होंने अपने करियर की शुरुआत मद्रास प्रेसीडेंसी में एक सरकारी इंजीनियर के रूप में की।

1903 में, उन्हें कृष्णा नदी पर सिंचाई परियोजनाओं के लिए नियुक्त किया गया।

उन्होंने नागार्जुन सागर बांध का निर्माण किया, जो उस समय एशिया का सबसे बड़ा बांध था।

उन्होंने चेन्नई शहर के लिए जल आपूर्ति प्रणाली का भी निर्माण किया।

 उन्हें 1955 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

 उन्होंने अपने जीवन में 200 से अधिक इंजीनियरिंग कार्यों का निर्माण किया।

14 अप्रैल, 1962 को उनका निधन हो गया।

उन्हें "भारत का लिंकन" और "द मैन ऑफ द रिवर" के रूप में भी जाना जाता है।

Thanks For Reading

Next: 10 Historical fact about Halebidu Temple, Hoysaleswara