मनकोम्बु संबासिवन स्वामीनाथन का जन्म 7 अगस्त 1925 को तमिलनाडु के कुंबकोणम में हुआ था।
स्वामीनाथन आनुवांशिक वैज्ञानिक थे, जिन्हें भारत की हरित क्रांति का जनक कहा जाता है।
हरित क्रांति कार्यक्रम के तहत ज्यादा उपज देने वाले गेहूं और चावल के बीज खेतों में लगाए गए थे। इस क्रांति ने भारत को दुनिया में खाद्यान्न की कमी वाले देश से उबारकर आत्मनिर्भर बना दिया था।
उन्हें 1971 में सामुदायिक ने तृत्व के लिए मैग्सेसे पुरस्कार, 1986 में अल्बर्ट आइंस्टीन वर्ल्ड साइंस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
1987 में पहला विश्व खाद्य पुरस्कार और 1989 में यूनेस्को गांधी स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।
डॉ. स्वामीनाथ को 1967 में पद्मश्री, 1972 में पद्मभूषण और 1989 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया।
'अप्पूघर' नामक एक जैविक कृषि फार्म की स्थापना की, जो किसानों को प्राकृतिक खेती के तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है।
भारत सरकार द्वारा उन्हें 2024 में भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की गई है
एमएस स्वामीनाथन राष्ट्रीय कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन संस्थान' (MSSRF) की स्थापना की, जो कृषि अनुसंधान और शिक्षा के लिए एक प्रमुख केंद्र है।
28 सितंबर 2023 को उनका निधन हो गया।